उधम सिंह एक महान क्रांतिकारी और सच्चे देशभक्त जिन्होंने देश के दुश्मन जनरल डायर को लंदन जा कर गोली मारी थी और उन निहत्थे शहीदों का बदला लिया था जिन पर डायर ने गोलियां चलवाई थी।
जालिया वाला कांड आप सभी को याद होगा जब अमृतसर में 13 अप्रैल 1919 को जालिया वाला बाग में बैसाखी के दिन आये हजारों निहत्थे देशवासियों को बिना कोई पूर्वसूचना दिए और सारे बाहर जाने के रास्ते बंद कर के अंग्रेज जनरल डायर ने गोलियां चलवा दी थी और बहुत से मासूम लोगों को मारा था।
इस कुकृत्य से आहत उधम सिंह ने बदला लेने की ठानी थी। जिसे पूरा करने के लिए डायर का पीछा करते करते उसी के देश इंग्लैंड तक पहुंच गए थे।
लंदन के कॉक्सटन हॉल में 31 मार्च 1940 को जब डायर रॉयल सेंट्रल एशियाई सोसाइटी में भाषण दे कर अपनी कुर्सी की तरह गया तभी वह पहले से मौजूद उधम सिंह जी ने उस पर गोलियां चला दी और उसे उसके किये पापों की सजा दी। बाद में उधम सिंह पर केस चला और उन्हें 31 जुलाई 1940 को पेंटनविले जेल में फांसी की सजा दी गई।
जन्म - 26 दिसंबर 1899
जन्म स्थान - सुनाम गांव, पंजाब
उपाधि - शहीद-ए-आजम
अन्य नाम - राम मोहम्मद आजाद सिंह (सभी धर्मों के देशभक्तों के लिए)
जन्म - 26 दिसंबर 1899
जन्म स्थान - सुनाम गांव, पंजाब
उपाधि - शहीद-ए-आजम
अन्य नाम - राम मोहम्मद आजाद सिंह (सभी धर्मों के देशभक्तों के लिए)
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आज हम सभी इस वीर क्रांतिकारी देशभक्त शहीद को याद कर नमन करते हैं। जय हिंद। भारत माता की जय।
- बाबा बेरोजगार
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