जल है तो जीवन है। जल है तो कल है।
ये सिर्फ बोलने की बातें नही सच्चाई है, जो हमे गर्मियों में ही पता चलता है और ये आने वाले कल की चेतावनी है।।
विश्व जल दिवस 22 मार्च को हर साल मनाया जाता है और जागरूक किया जाता है कि संभल जाओ टाइम से, वरना पीने को भी पानी नही मिलेगा।। पहली बार 1993 मे जल दिवस मनाया गया।
Imporant -
World Water Day (विश्व जल दिवस) - 22 march
शुरुवात - 22 मार्च 1993
भारत के बंगलोर के 80% तालाब सुख चुके हैं। और सूखाग्रस्त शहरों के विश्व सूची में है।
साउथ अफ्रीका के शहर केपटाउन में डे जीरो (जब पानी पूरा खत्म हो जाएगा) की घोषणा हो चुकी है 16 अप्रैल 2018 को वहां पीने को भी एक बूंद पानी भी नही मिलेगा। वहां के सभी स्थानीय नलों में अब आर्मी और पुलिस लगाई गई है और सब को सिर्फ एक लिमिट तक पानी दिया जाता है। किसी के घर मे अब पानी नही आता।
सब से पहले जल दिवस मनाने का प्रस्ताव सयुंक्त राष्ट्र संघ ने रियो डी जेनेरियो (ब्राजील) में 1992 में अपने "एजेंडा 21" में दिया था।
- बाबा बेरोजगार
ये सिर्फ बोलने की बातें नही सच्चाई है, जो हमे गर्मियों में ही पता चलता है और ये आने वाले कल की चेतावनी है।।
विश्व जल दिवस 22 मार्च को हर साल मनाया जाता है और जागरूक किया जाता है कि संभल जाओ टाइम से, वरना पीने को भी पानी नही मिलेगा।। पहली बार 1993 मे जल दिवस मनाया गया।
Imporant -
World Water Day (विश्व जल दिवस) - 22 march
शुरुवात - 22 मार्च 1993
भारत के बंगलोर के 80% तालाब सुख चुके हैं। और सूखाग्रस्त शहरों के विश्व सूची में है।
image - Sunday times |
साउथ अफ्रीका के शहर केपटाउन में डे जीरो (जब पानी पूरा खत्म हो जाएगा) की घोषणा हो चुकी है 16 अप्रैल 2018 को वहां पीने को भी एक बूंद पानी भी नही मिलेगा। वहां के सभी स्थानीय नलों में अब आर्मी और पुलिस लगाई गई है और सब को सिर्फ एक लिमिट तक पानी दिया जाता है। किसी के घर मे अब पानी नही आता।
सब से पहले जल दिवस मनाने का प्रस्ताव सयुंक्त राष्ट्र संघ ने रियो डी जेनेरियो (ब्राजील) में 1992 में अपने "एजेंडा 21" में दिया था।
- बाबा बेरोजगार
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