करवाचौथ के दिन का सभी शादीशुदा जोड़े को इन्तेजार होता है... हर पत्नी अपने पति की लम्बी उम्र के लिए ये व्रत रखती है... पर शायद ही किसी को मालूम हो कि इस दिन चाँद का दीदार छन्नी से क्यों किया जाता है... अभी टीवी पर ये ही दिखा रहे थे तो सोचा काम की बात है... बाकि अभी तो कोई हमारे लिए व्रत रखने वाली तो आई नहीं... हाहाहा...
source - facebook
करवाचौथ चतुर्थी तिथि को पड़ता है... और चतुर्थी तिथि को किसी शुभ काम का करना निषेध है... इसे रिक्त या खला कहते हैं... और ना ही इस दिन चाँद को देखते हैं... इस से अपयश का बुरा प्रभाव पड़ता है...
इसलिए इस दिन अपयश का बुरा प्रभाव रोकने के लिए चाँद को सीधे नहीं देखना चाहिए... और विवाहित महिलाये इस दिन चाँद के दर्शन या तो पानी में उसकी परछाई देख के करती हैं या फिर छन्नी से उस के दर्शन करती हैं...
source - facebook
तुमने जिस का नाम अपनी
हथेली पे छुपाया है...
जरा आ के देख झरोखे पे...
वो अपनी हथेली पर तेरा
चाँद ले के आया है...
आज के दिन गणेश की पूजा करने के बाद ही चाँद के दर्शन करने चाहिए... और सीधे दर्शन नहीं करना चाहिए... बाकी जो करना है करो... हमारी तो शादी हुई नहीं और ना ही कोई गर्लफ्रेंड है जो व्रत रखती... हीहीही... हमे क्या मतलब... जय हो...
- बाबा बेरोजगार
No comments:
Post a Comment