कहते हैं कि जो
बंदा हमेशा हँसता रहता है उसे अन्दर ही अन्दर बहुत गम होता है... वेसे गम तो हर
किसी को होता है कोई उसे हर टाइम सीने में लगाये फिरता है तो कोई उसे कोने में रख
कर आगे की खुशियाँ ढूंढता है...
बस बंदे पर बात है कि वो क्या करना चाहता है... हम हमेशा खुश
रहते हैं, छोटी छोटी खुशियों को इतना लम्बा खींचे हैं कि उस की हंसी में सारे गम
गुम हो जाये... चाहे अपनी पर्सनल प्रॉब्लम साइड में रख कर दोस्तों के साथ बकलोली
हो या फिर कोई और तरीका...
पर साला कोई कमीना उस में दिमाग ख़राब कर देता है जब वो कोई ऐसा
सेंटी सा मेसेज या फिर विडियो भेज देगा जिस से साला अन्दर तक हिल जाये... हम भी
सेंटी हो जाते हैं... बड़ी मुश्किल से अपने दिल को काबू करते है वो साला जंजीरे तोड़
के उसे फिर आजाद कर देता है... हमारे ख्यालो को आजाद फ्री छूट दे देता है... फिर
उसे वापस अपने कण्ट्रोल में करने को कोई और काम कर के ध्यान भटकना पड़ता है...
लगता है मैंने भी सब को सेंटी कर के उनका मूड ख़राब कर दिया
हाहाहा... गलती हो गई बाबा... अब क्या बच्चे की जान लोगे... कोई नहीं थोडा टाइम बर्बाद
करने मेरे ग्रुप में भी आजाया करो... वेसे भी कौन सा इनते बिजी लोग हो तुम...
- बाबा बेरोजगार
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