कुम्भ मेला भारत देश का एक
पौराणिक और ऐतिहासिक मेला है जो हर 12 साल बाद आयोजित किया जाता है... जिसमे विशाल
जन समूह के साथ भारत के सभी साधू संत और अखाड़े आते हैं और पवित्र नदी में स्नान
करते हैं... अगला कुम्भ मेला 2019 में आयोजित होगा...
- बाबा बेरोजगार
जानते हैं कुछ खास बातें
कुम्भ मेले के बारें में...
कहा जाता है कि देवताओं और
असुरों के देवासुर संग्राम में अमृत कलश से अमृत की कुछ बूंदे धरती में गिर गई
थी... जहाँ जहाँ ये गिरी वहां की नदियों का जल पवित्र हो गया और उनके किनारे पर
कुम्भ मेले का आयोजन किया जाता है...
कुम्भ मेला 4 स्थानों पर
आयोजित किया जाता है...
- प्रयाग (इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश)
- हरिद्वार (उत्तराखंड)
- नासिक (महाराष्ट्र)
- उज्जैन (मध्य प्रदेश)
प्रयाग और हरिद्वार में हर
6 साल में अर्द्ध कुम्भ का आयोजन होता है...
अगला कुम्भ मेला 2019 में
उत्तर प्रदेश के प्रयाग (इलाहाबाद) में होगा... (Official Details)
12 दिसम्बर 2017 को उत्तर
प्रदेश राजभवन में एक आयोजित समारोह में “कुम्भ 2019” के logo को लांच किया गया..
थीम – सर्व सिद्धिपद : कुम्भ
(यानि सभी प्रकार की सिद्धियाँ देने वाला)
7 दिसम्बर 2017 को यूनेस्को
(UNESCO) ने सबसे कुम्भ मेले को अपनी "मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत” की
सूचि में शामिल किया है...
- बाबा बेरोजगार
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