Cigarette

Google Translator

Friday 7 September 2018

LGBT and Section 377 (क्या आप इसके साथ है)

blogger widgets
कल सुप्रीम कोर्ट ने एक एतिहासिक फैसला सुना कर देश में एक नयी बहस को हवा दे दी है... सेक्शन 377 में बदलाव कर के आपसी सहमती से गे और लेस्बियन सेक्स को कानूनी तौर पर अपराध नहीं माना जायेगा... भारत जैसे देश के लिए ये एक बहुत ही बड़ा बदलाव है... जिसे मानने में कुछ समय जरुर लगेगा... तो आप क्या सोचते हैं इस बारे में...

LGBT and Section 377 (क्या आप इसके साथ है)










भारत जैसे देश में लड़के और लड़की के आपसी प्रेम और शादी को ही मान्यता प्राप्त है... यहाँ तो अभी लीव इन रिलेशनशिप (बिना शादी के एक साथ रहना) भी समाज में पूर्ण रूप से मान्य नहीं हुआ है और लोग इसे नए ज़माने की सोच मान कर सहमती देने के लिए कुछ हद तक तैयार हुए हैं...

LGBT and Section 377 (क्या आप इसके साथ है)

ऐसे  में एक और सोच LGBT की देश में अपनी जगह बनाने को तैयार है... गे और लेस्बियन यानि लड़के लड़के के बीच प्यार और लड़की लड़की के बीच प्यार और शारीरिक रिश्ता... क्या नए ज़माने की नयी सोच के इतने बड़े परमाणु बम को हमारा समाज इतनी जल्दी संभाल सकेगा...

LGBT and Section 377 (क्या आप इसके साथ है)





सेक्शन 377 में ही बदलाव कर के सुप्रीम कोर्ट ने इसे अपराध की श्रेणी से हटा दिया है और कहाँ है कि कोई आपसी सहमती से अपने घर के बंद कमरे में क्या करता है ये किसी को सोचने की जरुरत नहीं...

LGBT का full form है - LGBTTQQIAAP यानि (lesbian, gay, bisexual, transgender, transsexual, queer, questioning, intersex, asexual, ally, pansexual)

LGBT and Section 377 (क्या आप इसके साथ है)

ये इन्द्रधनुष के रंगों वाला झंडा इनका प्रतीक है... जिसे लहरा कर अपनी बात और ख़ुशी जाहिर की गई...

LGBT and Section 377 (क्या आप इसके साथ है)



आप को क्या लगता है... क्या आप इसे सही मानते हैं या इसे समाज के खिलाफ मानते हैं...

- बाबा बेरोजगार



No comments:

Post a Comment

Blogger Widgets