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Sunday, 24 September 2017
Saturday, 23 September 2017
Tuesday, 19 September 2017
Sunday, 17 September 2017
9/9 – Himalay Divas “हिमालय दिवस 9 सितम्बर”
बढती ग्लोबल वार्मिंग के कारण हिमालय सहित विश्व के सभी ठन्डे प्रदेशों के ग्लेशियर धीरे धीरे पिघल रहे हैं... हिमालय दिवस पर खास...
उत्तराखंड देश के 11 हिमालयी राज्यों में से एक है...
11 हिमालयी पर्वतीय राज्य
- जम्मू कश्मीर
- हिमांचल प्रदेश
- उत्तराखंड
- असम
- त्रिपुरा
- मणिपुर
- मिजोरम
- मेघालय
- नागालैंड
- सिक्किम
- अरुणांचल प्रदेश
NOTE - {पश्चिम बंगाल (अब बंगाल) का पर्वतीय क्षेत्र भी इसमें सम्मिलित किया जाता है}
9 सितम्बर 2010 को सभी पर्यावरणविद ने बैठक कर के बढती ग्लोबल वार्मिंग के असर को देख कर हिमालयी क्षेत्र के संरक्षण के लिए इस दिन को “हिमालय दिवस” के रूप में मनाने का निर्णय किया...
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चिंता इस बात की भी है कि जिस तरह से उत्तराखंड के पहाड़ों में लगातार जंगलों का कटाव, अवैध खनन हो रहा है उस कारण से आपदाओं का प्रहार भी लगातार हो रहा है... चाहे वो पहाड़ों में हो रहे भूस्खलन हो या भी बाढ़... और 2013 में केदारनाथ आपदा हो...
अभी हाल में "पंचेश्वर बांध" के निर्माण का भी विरोध तेज हो गया है... क्यूंकि पर्यावरण के जानकारों का मानना है कि इस से पहाड़ों पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा जिस के लिए वो कच्चे हैं और इस दबाव के कारण भूकंप आने के आसार बढ़ जाते हैं...
अभी हाल में "पंचेश्वर बांध" के निर्माण का भी विरोध तेज हो गया है... क्यूंकि पर्यावरण के जानकारों का मानना है कि इस से पहाड़ों पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा जिस के लिए वो कच्चे हैं और इस दबाव के कारण भूकंप आने के आसार बढ़ जाते हैं...
एक बड़ी वजह ग्लेशियर के धीरे धीरे पिघलना भी है... इसी कारण अब उत्तराखंड सरकार भी इस मुहीम में साथ दे रही है और 9 सितम्बर 2015 से आधिकारिक रूप से हिमालय दिवस हर साल
आयोजित कर रही है...
इसलिए अधिक से अधिक वृक्ष लगाये... जगलों को आग से बचाए और बेवजह कटाव से बचाए... ये सिर्फ हमारे नहीं बल्कि हजारों पशु - पक्षियों का घर भी है... बहुत सी प्रजातियाँ विलुप्ति के कगार पर हैं... अवैध और गैरकानूनी शिकार भी इनके विलुप्ति का बड़ा कारण है... इस प्रकार के अपराधियों की शिकायत सरकार और पुलिस से करे... जय हिमालय, जय उत्तराखंड, जय हिन्द
- बाबा बेरोजगार
Thursday, 14 September 2017
हिंदी से हैं हम – हिंदी दिवस
14 सितम्बर यानि हिंदी दिवस... हिंदी भाषा हमारे देश की राष्ट्र भाषा है... और साथ ही किसी परिचय की मोहताज नहीं... हिंदी दिवस कुछ जानकारी इस पोस्ट में...
हिंदी दिवस आज भी अपना वो मुकान अपने के लिए लगी हुई है... हर कोई अंग्रेजी को ज्यादा महत्व देता है... ज्यादातर काम काज भी इंग्लिश में ही होता है... इसलिए भी ये दिन हिंदी को फिर से मुकाम में लाने के लिए जरूरी है...
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हिंदी बोलने वालो को अनपढ़ की तरह ही देखा जाता है... जब दुनिया के हर देश अपने देश में अपनी भाषा का इस्तेमाल करते हैं तो हम कहे हिंदी बोलने में सरमाये बाबा...
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अगर भारत में हिंदी बोलने वाला अनपढ़ या गंवार हुआ तो इस हिसाब से तो इंग्लैंड में इंग्लिश बोलने वाला भी तो अनपढ़ या गंवार ही हुआ न बाबा... क्यूंकि वो अपनी राजभाषा का ही प्रयोग करते हैं...
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आज ही के दिन हिंदी को भारत की राजभाषा का दर्जा दिया गया जिस कारण से इस दिन को “हिंदी दिवस” के रूप में मनाया जाने लगा... 14 सितम्बर 1949 को संविधान सभा ने अनु. 343(1) के तहत एक मत से हिंदी भाषा को राजभाषा बनाने का निर्णय लिया था... हालाँकि पहला हिंदी दिवस 14 सितम्बर 1953 को मनाया गया था...
राष्ट्रपति जी ने हिंदी दिवस के मौके पर "लीला" एप्प का शुभारंभ किया है। लीला का पूर्ण रूप है - "लर्निंग इंडियन लैंग्वेज विथ आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस"
एक और ध्यान देने वाली जरुरी बात कि "विश्व हिंदी दिवस" 10 जनवरी को मनाया जाता
है... क्यूंकि 10 जनवरी 1975 को नागपुर में पहला "विश्व हिंदी दिवस" का आयोजन किया
गया था...
- बाबा बेरोजगार
है... क्यूंकि 10 जनवरी 1975 को नागपुर में पहला "विश्व हिंदी दिवस" का आयोजन किया
गया था...
- बाबा बेरोजगार
Sunday, 10 September 2017
Tuesday, 5 September 2017
Monday, 4 September 2017
मंत्री मंडल विस्तार - भारत के केंद्र सरकार में नए मंत्रियों को मौका, किसे मिला कौन सा पद??
मोदी सरकार ने अपने मंत्रिमंडल में बदलाव किया है, जिसमे कई पदों में बदलाव एवं नए मंत्रियों को भी मौका दिया गया है...
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