31 मार्च को लोगो को अपने अपने घर जाने के लिए सरकार द्वारा दी जाने के फैसले को वापस ले लिया गया है। मुख्यमन्त्री ने इसकी जानकारी दी।
Must Read - उत्तराखंड में लॉक डाउन का असर
आज मन की बात कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री ने कहा कि कोई भी लॉक डाउन में लापरवाही न करें और इनकी जिम्मेदारी जिलाधिकारी और संबंधित अधिकारी की होगी। जिसके बाद ये फैसला लिया गया है।
क्योंकि अगर इतने लोग बिना सही चेकिंग के अपने अपने घर चले गए तो कोरोना संक्रमण के फैलने के आसार बढ़ जाएंगे। और 21 दिन के लॉक डाउन का कोई फायदा नही होगा।
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आज मन की बात कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री ने कहा कि कोई भी लॉक डाउन में लापरवाही न करें और इनकी जिम्मेदारी जिलाधिकारी और संबंधित अधिकारी की होगी। जिसके बाद ये फैसला लिया गया है।
केंद्र के दिशानिर्देशों के बाद उत्तराखंड में 31 मार्च को अंतर जनपदीय परिवहन सेवा खुली रहने का आदेश वापस लिया जाता है। आप लोग जहां हैं, वहीं पर सुरक्षित रहें। आपको हुई असुविधा के लिए क्षमा चाहता हूं। https://t.co/s5Lekvu3rv#StayHomeSaveLives#IndiaFightsCorona— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) March 29, 2020
क्योंकि अगर इतने लोग बिना सही चेकिंग के अपने अपने घर चले गए तो कोरोना संक्रमण के फैलने के आसार बढ़ जाएंगे। और 21 दिन के लॉक डाउन का कोई फायदा नही होगा।
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- बाबा बेरोजगार
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